गहराई / گہرائی / gehraai (depth)यह प्यार जो महबूब ने बख्श कर चली गई है इतना सारा प्यार का आख़िर क्या करूँ अब इससे कुत्ता भी तो नहीं सकते और दिल-ए-ज़ार में कैसे भरूँAug 10, 2024Aug 10, 2024
घर / گھر / ghar (home)वह कहाँ के होते हैं जो घर में बेघर और परदेस में बेताब रहते हैंMay 5, 2024May 5, 2024
बेशुमार अमावस के बाद / بیشمار اماوس کے بعد / beshumaar amaavas ke baad (after many moons)हुई मुलाक़ात जो बेशुमार अमावस के बाद वक़्त की साँसें भी ज़रा थम सी गई शब की शब हवाएँ सहम सी गई उस बाब- ए-महताब पर मिली इक नयी मुरादJan 22, 2024Jan 22, 2024
कुछ चंद शेर / کچھ چند شعر / kuch chand sher / a collection of coupletsसोचा था जी भर के रो लूँ आँख से बूँद भी ना छलके और जलती रही रूहJul 25, 2023Jul 25, 2023
दूरी / دوری / doori (distance)यह दूरी भी क्या चीज़ हैं जो दिल के पास वह जिस्म से दूर जिनके बदन को छू ना सकु हर घड़ी वह मन्न को छूती हैंMay 23, 2023May 23, 2023
1947: A Story of PartitionAugust 1947. India has finally triumphed in its 200-year struggle against British rule. People in Delhi rejoice at this new state of being…Mar 10, 2023Mar 10, 2023
बिछड़ना / بِچَھڑْنا / bichhadna (separation)जब बिछड़ा था यार छोड़ कर हाथों में एक ज़िंदा प्यार मेरे मन के साथ साथ जैसे शाम भी रोने लगीMar 5, 2023Mar 5, 2023
मेघ मल्हार / میگھ ملہار / megh malharजाने कैसे घने मेघ के मौसम में मन में एक रोशनी सी छाने लगी हैं सावन के पहला फुहार से आंधी तक निगाहों में दूर दूर तक उजाला रहा हैंMar 1, 2023Mar 1, 2023
तेरे बाद / تیرے بعد/ tere baad (after you)यह मोहब्बत गुम जाएगी पर शायद किसी सुनसान रात में तेरे चेहरे से मुलाकात होगी आसमान का महताब बनकेFeb 26, 2023Feb 26, 2023
Tagore and IRabindranath Tagore — renowned poet and composer, writer and artist, philosopher and polymath — has always been revered as a God-like…Feb 22, 2023Feb 22, 2023